Fast English Kaise Sikhe
यदि आप किसी भी चीज को सीखना चाहते है तो सबसे पहले इच्छा शक्ति (will power) होना बहुत जरूरी है ,और ये जितनी ज्यादा होगी सीखने मे उतना ही मजा आएगा । हर एक भाषा की उत्पत्ति और विकाश,उसको बार – बार,व ज्यादा बोलने से ही होता है आप किसी भी भाषा का इतिहास पढ़ कर देखेंगे तो आपको मालूम होगा
लेकिन आज हम बात करेंगे यहाँ English कि,हम (daily) रोज ऐसे शब्दों का use करते है जो English ही होते हैं जैसे mobile, t.v. ,fan, hero, serial, movie, computer, bottle, bag, dance, open, biscuit ,cake ,cup, song, first, phone ,last, numbers, jam, gas, cylinder, packing, butter, shoes, tension, sad, nervous, happy, music, etc. ऐसे बहुत से words हैं।
आपको ये जान के खुशी होगी कि OED(Oxford English Dictionary) मे India (भारत ) के बहुत से ऐसे words को add किया गया है जो हम सामान्य बोलचाल मे ज्यादातर use करते है
जैसे – ‘Roti’ , jungle, ’anna’ (elder brother), ,’jugaad’, ‘gulaab jamun’, ‘mirch masala,’ ‘abba’(father), ‘dadagiri’ , ’achha’, ‘bapu’, ‘surya namaskar’, ‘keema’, ‘funda’, ‘chamcha’, ‘natak’, ‘chup’ , ये words भी अब English बोलते समय use / उपयोग कर सकते हैं।
किसी भी भाषा को पूरी तरह से सीखने के लिये सबसे पहले उसे पहचानना, सुनना,पढ़ना,लिखना,और उसकी व्याकरण आना चाहिए ।
यदि ये चीजें आतीं है तो हम आसानी से फर्राटे दार तरीके से वह भाषा (language) बोल सकते हैं और दूसरों को भी सिखा सकते हैं लेकिन ,आप आश्चर्य मानेंगे कि सिर्फ सुनके व बोलके आप कोई भी भाषा सीख सकते हैं ,जैसे कि हम बचपन से हिन्दी सुनते आ रहे हैं।हमारे घर मे, हमारे आस –पास,दोस्तों से,स्कूल कॉलेज,फोन,गाली, जी हाँ हम गाली भी हिन्दी मे ही देते हैं चाहे भले ही हमे कोई English मे ही क्यूँ न सुना दे । और यहाँ तब जाके हमें ये पता चला कि हमे पता भी नहीं चलता है कि हम कब बोलना सीख गए ।
बोलने कि शुरुआत तो बचपन मे रोने से ही हो जाती है अ से अ : तक स्वर (vowel) a, e, i, o, u, तो बच्चा बचपन मे रोते रोते ही सीख लेता है ज्यादा मत सोचिए अंग्रेज का बच्चा भी हमारे जैसे ही रोता है हा वो अलग बात है हम अम्मा बोलते है वो मम्मा बोलता है अब बचा व्यंजन ( consonant) क से ज्ञ , b से z तक (clear) स्पष्ट बोलना आ गया तो समझो आप सब कुछ बोल सकते हैं ।
(ध्यान )Note – क्या आपको मालूम है कि जो लोग(Blind people) देख नहीं सकते है वो लोग भी इंग्लिश,हिन्दी,या अन्य भाषा लिख,पढ़,और बोल सकते हैं ब्रेललिपी के माध्यम से |
(Braille is not actually a language – it’s a system of writing)
यह लेख (Article) इस आधार पर लिखा गया है जिनसे English पढ़ते और लिखते आता है पर English मे बातचीत करना सीखना चाहते हैं । यदि आप सच मे सीखना चाहते हैं तो इसका सिर्फ एक ही तरीका है कि आप बोलें बार –बार बोलें ।
English बोलना क्यूँ सीखें ( why should learn English)
fast english kaise bole |
(a). सबसे पहली चीज यह है कि आप डरते है शरमाते है बोलने से कि हमसे तो आती ही नहीं तो क्या बोले, कहीं गलत न हो जाए ,बेज़्जति न हो जाए ये सब आपके दिमाग मे पहले से ही चलने लगता है क्यूँकि हम बोलना हि नहीं चाहते और फिर हम google मे सर्च करते हैं कि इंग्लिश बोलना कैसे सीखें | इसलिए हमें इस डर को भगाने के लिए English जरूर बोलना चाहिए ।
(b). English कि (need) आवश्यकता कितनी है ये तो आपको मालूम ही होगा हर जगह English ही English, mobile मे, computer मे market मे , company मे ,education system मे, Everything is in English.यहाँ तक कि खाने पीने कि चीजों मे भी English ही लिखी होती है आप जितना इससे दूर भागेंगे ये उतना ही आप का पीछा नहीं छोड़ेगी इसलिए बेहतर ये होगा कि आप उसे खुद पकड़ लें |
(c). English is a international language and intermediate यह दो लोगों के बीच ,दो अलग-अलग देशो के बीच मध्यम का काम करती है मध्यम मतलब बीच का यदि आपसे इंग्लिश आती है तो आप English ,chinese,
English बोलने के फायदे (advantage of speaking English)
(a). हर एक व्यक्ति से कम से कम दो language आना चाहिए जब भी हम कोई दूसरी भाषा को बोलते हैं तो अपने आप मे एक (confidence) आत्मविशास आता है और सामने वाले पर भी एक अच्छा प्रभाव डालता है ।
(b). New York academy of science मे प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार द्विभाषी लोगों कि याददास्त अच्छी होती है और दिमाग कि दक्षता बढ़ती है जब हम दूसरी भाषा सीखते है तो हमारे दिमाग मे जो गतिविधिया होती है उससे हमारे दिमाग कि सक्रियता बढ़ती है और हमारे सोचने समझने कि शक्ति बढ़ती है और अल्जाइमर जैसी दिमागी बीमारी से छुटकारा पा सकते है ।
(c). जब हमसे English भाषा आने लगती है तो हम अन्य देशों के साहित्य, संगीत, कलाओं, मे मनोरंजन पा सकते है आपको subtitle कि जरूरत नहीं पड़ेगी ,आप रेस्टोरेंट मे direct order कर सकते है आप किसी translator (अनुवादक) के बिना आप उस देश के व्यक्ति से बात कर सकते हैं ।
(d) सबसे जरूरी right keywords find कर सकते है जब हम google मे हिन्दी मे search करते है तो आप देखते है कि ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाती है जब आप English मे search करते है तो आप ज्यादा से ज्यादा जानकारी पा पाएंगे और आपने जो पहले हिन्दी मे search किया था उससे आप compare(तुलना ) कर सकते है और सही गलत को चुन सकते है जिससे आप को (satisfaction) संतुष्टि मिलेगी ।
(e). आपसे English आती है तो आप India के बाहर भी शादी कर सकते है नहीं तो इंडिया मे ही रह जाएंगे देश –विदेश घूमेंगे, नई-नई चीजें सीख सकते है जो हिन्दी मे नहीं उपलब्ध है songs, undubbed movies, serial ये सब तो फिर आप आसानी से देख सकते हैं ।
English बोलना कैसे सीखें (how to learn English)
english kaise padhe |
Photo by Jessica Da Rosa on Unsplash
आप यहाँ तक आयें हैं तो जरूर कुछ न कुछ सीख के ही जायेंगे।
(a). Hinglish (हिंगलिश)- ये word आपने शायद सुन होगा यदि नहीं तो जानते है हिन्दी +इंग्लिश =हिंगलिश , जब हिन्दी बोलते समय English शब्दों का use करते है तो ये हिंगलिश कहलाती है ,यदि हम सोचे कि एक दम से total English बोलने लगे तो यह कैसे हो सकता है इसकी शुरुआत धीरे-धीरे ही होती है ।
तो हमे करना ये है कि अभी से जब भी हम कुछ बोलेंगे तो उसमे English का तड़का मार देना है चाहे वो एक word ही क्यूँ न हो ,जैसे – Let’s come चलो खेलते है मैदान मे , how’s your day bro , whatsup bro, wow it’s
(b). Vocabulary (शब्दकोश)- इंग्लिश मे सिर्फ 26 अक्षर ही होते हैं A to Z , जबकि हिन्दी मे अ से ज्ञ तक केवल 49 अक्षर ही होते है। सबसे पहले हम जानते हैं कि आप खुद पहले से कितना English जानते हैं आपको सबसे पहले एक रफ पेन लेना हैं और आपसे जितनी भी मीनिंग (meaning) आती हैं जिनका आपसे अर्थ आता हैं सारी छोटी बड़ी मीनिंग
जैसे –
- I – आई – मैं
- You – यू – तुम
- Boy – ब्वाय – लड़का
- Girl – गर्ल – लड़की
- Nose – नोज – नाक
- Sit – सिट – बैठना
- Sleep- स्लीप- सोना ( क्रिया )
- Apple- एप्प्ल-सेब
- Dog –डॉग- कुत्ता
- Good – गूड – अच्छा
इसी प्रकार वो सारी चीजें जो आप के दिमाग में, आपके आस-पास दिख रहीं हैं जैसे- all body parts, numbers, all things. यकीन मानिये ये करने मे आपको बहुत मजा आने वाला है,spelling शुरुआत मे गलत भी हो तो नजर अंदाज करियेगा, फिर बाद मे सुधार लिजीयेगा । यदि आप चाहें तो pronunciation (उच्चारण ) न लिखकर सिर्फ spelling ( स्पेलिंग ) और meaning (अर्थ ) बस लिख सकते हैं जेसे –
- cat – बिल्ली happy- खुश/खुशी 3. Book – किताब 4. World – दुनिया
ऐसा लिखने से जल्दी लिख पायेंगे । और आप जब ये कर लेंगे तो आप देखेंगे कि पहले ही आपसे बहुत सी meaning बनती हैं और अब जिनका आपको अर्थ नहीं मालूम But आपसे वो word बोलते आता है या spelling नहीं मालूम उनको भी पूरी तरह से लिख लेना है जैसा कि ऊपर लिखा गया है और सबको गिन लेना है
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